आज के समय में हर किसी का सपना होता है कि उसका अपना घर हो। क्योंकि, किराये के घर में रहना हर किसी के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है। ज्यादातर मामलों में किराये के घर में रहना चुनौती से कम नहीं होता है। क्योंकि, इस तरह के घर में आप अपनी मर्जी से न तो कुछ बदलाव कर सकते हैं न ही मकान का विस्तार कर सकते हैं। लेकिन, ऐसे में सवाल यह है कि अपना घर आपको कैसे मिलेगा क्योंकि, बढ़ती महंगाई के दौर में घर की कीमतें भी बढ़ती जा रही हैं। हर किसी के लिए इतनी बड़ी रकम जुटा कर घर खरीदना संभव नहीं है। अगर यही चिंता आपके मन में भी है तो ऐसी स्थिति में हाउसिंग लोन से बेहतर कोई विकल्प नहीं होता है। लेकिन, यह लोन मिलता कैसे है, इसके नियम व शर्तों को कैसे समझा जा सकता है, इसके बारे में हम आपको इस ब्लॉग के माध्यम से विस्तार में बताने जा रहे हैं। यहां हम आपको यह भी बताएंगे कि होम लोन कैलकुलेटर के माध्यम से आप अपने लोन का हिसाब किस तरह से लगा सकते हैं और उसे बारीकी से कैसे समझ सकते हैं।
क्या होता है हाउसिंग लोन?
हाउसिंग लोन एक प्रकार का सुरक्षित और सबसे प्रचलित ऋणों में से एक है। इसे वित्तीय संस्थानों के द्वारा घर खरीदने, घरों का निर्माण करने, विस्तार करने या नवीनीकरण के लिए प्रदान किया जाता है। यह उधारदाता और कर्ज लेने वाले दोनों ही व्यक्ति के लिए सुरक्षित होता है। उधार लेने वाले व्यक्ति के लिए यह इसलिए एक बेहतर विकल्प है क्योंकि, वह ईएमआई के माध्यम से लोन के रकम को चुका सकता है। वहीं, उधारकर्ता अगर लोन चुकाने में विफल रहता है तो ऐसी स्थिति में ऋणदाता संपत्ति को बेचकर अपने पैसे को वसूलने का अधिकार रखता है।
हाउसिंग लोन के प्रकार
- हाउस परचेज लोनः यह लोन काफी प्रचलित और सामान्य प्रकार का लोन है। इस लोन को तैयार घर या निर्माणाधीन संपत्ति को खरीदने के लिए लिया जाता है।
- होम कंस्ट्रकशन लोनः यह लोन उन लोगों के लिए होता है जिनके पास अपनी जमीन है और वो उस जमीन पर अपना घर बनाना चहते हैं। इस विकल्प में चरणबद्ध तरीके से लोन की राशि जारी की जाती है। जैसे-जैसे घर बनता है लोन की राशि जारी होते जाती है।
- होम इंप्रूवमेंट लोनः यह लोन मौजूदा घर की मरम्मत या फिर उसके नवीनीकरण के लिए लिया जाता है।
- लैंड परचेज लोनः जो लोग अपना घर बनवाने के लिए जमीन खरीदना चाहते हैं उनके लिए यह एक बेहतर विकल्प होता है।
- बैलेंस ट्रांस्फर लोनः अगर आप मौजूदा ऋणदाता की सेवा से संतुष्ट नहीं हैं तो ऐसी स्थिति में आप बैलेंस ट्रांसफर विकल्प के माध्यम से अपने लोन को किसी दूसरे बैंक में ट्रांसफर कर सकते हैं।
लोन लेने के लिए क्या होनी चाहिए पात्रता?
- आयुः लोन लेने वाले व्यक्ति की उम्र 21 से 65 वर्ष के बीच की होनी चाहिए।
- आयः लोन के लिए आवेदन देने वाले व्यक्ति की मासिक या वार्षिक आय इतनी होनी चाहिए कि वह अपने लोन की ईएमआई भर सके।
- स्थिर रोजगारः अगर आप होम लोन के लिए आवेदन देते हैं तो आपके पास कम से कम 2 से तीन साल के कार्य का अनुभव होना चाहिए। वहीं, अगर आप कोई रोजगार करते हैं तो व्यवसाय में स्थिरता होनी चाहिए।
- क्रेडिट स्कोरः आवेदक का क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए। एक आदर्श क्रेडिट स्कोर 750 या उससे अधिक का होता है।
कैसे काम करता है होम लोन ईएमआई कैलकुलेटर?
होम लोन ईएमआई कैलकुलेटर एक ऑनलाइन उपकरण है। इसका उपयोग किसी भी तरह के लोन की गणना के लिए किया जाता है। इसके माध्यम से आप लोन की ईएमआई, ब्याज और मूलधन से जुड़ी सारी जानकारियां एक बार में ही हासिल कर सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ मामूली जानकारियां देनी होती हैं। होम लोन कैलकुलेटर वित्तीय संस्थानों की वेबसाइट पर आपको आसानी से मिल जाता है।
हाउसिंग लोन के लिए कैसे करें अप्लाई?
- हाउसिंग या होम लोन के लिए अप्लाई करने के लिए सबसे पहले आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी इकट्ठी करनी होगी। इसके लिए आप वित्तीय संस्थान के दफ्तर में जा सकते हैं या फिर ऑनलाइन पोटर्ल पर इसकी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
- जानकारी प्राप्त करने के बाद आपको वित्तीय संस्थान के द्वारा मांगे गए दस्तावेजों को जमा करना है।
- वित्तीय संस्थान आपके द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों को सत्यापित करेगा और अगर सब सही रहा तो लोन के पैसे उधारकर्ता या बिल्डर के खाते में आ जाएंगे।
हाउसिंग लोन लेने का फैसला उसी सूरत में लें जब आप पूरी तरह से उसे भरने में सक्षम हों। लोन लेने से पहले एक से अधिक विकल्पों के बारे में जानकारी प्राप्त कर लें ताकि, आपको बेहतर से बेहतर ऑफर के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके। इसके साथ ही बैंक के द्वारा दिए गए डॉक्यूमेंट्स की जांच भी बेहतर तरीके से कर लें।